मेले के रद्द होने के प्रमुख कारण:
1. सुरक्षा चिंताएं: स्थानीय खुफिया इकाई (LIU) की रिपोर्ट में मेले के दौरान कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका जताई गई थी। रिपोर्ट में हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भी उल्लेख किया गया है, जिससे देशभर में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है ।
2. प्रशासनिक निर्णय: दरगाह प्रबंध समिति ने 15 मई से 15 जून तक मेले के आयोजन की अनुमति मांगी थी, जिसे जिला प्रशासन ने ठुकरा दिया। प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह निर्णय लिया है ।
3. विवादास्पद बयान: संभल जिले में एक पुलिस अधिकारी द्वारा सैयद सालार मसूद गाजी को "आक्रांता" कहे जाने के बाद विवाद उत्पन्न हुआ। इस बयान के बाद संभल में नेजा मेले की अनुमति भी रद्द कर दी गई थी, जिससे बहराइच में भी मेले के आयोजन पर असर पड़ा ।
कानूनी पहलू:
दरगाह प्रबंध समिति ने मेले के आयोजन की अनुमति न मिलने के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में याचिका दायर की है। कोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है, लेकिन फिलहाल जिलाधिकारी के निर्णय में हस्तक्षेप करने से इनकार किया है। इस मामले की अगली सुनवाई 14 मई को निर्धारित की गई है ।
सांस्कृतिक महत्व:
गाजी मियां का मेला हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक रहा है, जिसमें हर वर्ष लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। इस मेले के रद्द होने से स्थानीय समुदाय में निराशा व्याप्त है, और यह निर्णय सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण को लेकर भी सवाल खड़े करता है।
इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं: